अब चीतल की हुई मौत, कुत्तों ने किया था हमला
इलाज के दौरान दम तोड़ा
बैतूल। क्षेत्र में वन्य प्राणियों की अकाल मौत का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को दक्षिण वनमंडल सामान्य में एक नील गाय के बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं आज एक चीतल की मौत का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ताप्ती वन परिक्षेत्र के महुपानी में 20 दिसम्बर की शाम मुख्य मार्ग पर एक साढ़े तीन वर्ष के नर चीतल पर कुत्तों ने हमला कर दिया। जिससे चीतल मौके पर ही घायल होकर गिर गया।
मार्ग से गुजर रहे लोगों ने जब यह देखा तो कुत्तों को भगाया और महुपानी के बीट प्रभारी योगेश साहू को खबर दी। बीट प्रभारी ने तत्काल मौके पर चौकीदार को लेकर एक टे्रक्टर में डालकर घायल चीतल को महुपानी लाया।
अधिकारियों की मौजूदगी में पीएम
महुपानी में घायल नर चीतल का उपचार किया गया, लेकिन कुछ समय में ही चीतल ने दम तोड़ दिया। आज सुबह महुपानी के वन डिपो में वन विभाग के एसडीओ श्यामलता मरावी, परिक्षेत्र अधिकारी तरूणा वर्मा, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी वीआर ओके, बीट प्रभारी योगेश साहू के समक्ष पशु चिकित्सा अधिकारी वामनकर ने मृत चीतल का पोस्टमार्टम किया।
डिपो परिसर में किया अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के पश्चात डिपो परिसर में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया। बताया जाता है कि महुपानी में ऐसे दर्जन भर कुत्ते हैं जो गांव के आस पास जंगल में विचरण करते हैं और वन्य प्राणियों पर आए दिन हमला करते हैं।
कल हुई थी नीलगाय के बच्चे की मौत
कल सुबह ताप्ती वन परिक्षेत्र की चूनालोहमा बीट में पोहाढाना गांव के पास नीलगाय के एक बच्चे की मौत हो गई थी। उसकी मौत तार फेंसिंग में फंसने से हुई थी। उसका भी पीएम कराने के बाद अंतिम संस्कार विभाग ने कराया था।