कमलनाथ भी देंगे मुलताई को जिला बनाने का आश्वासन?
गगनदीप खेरे मुलताई। विगत 15 वर्षों से सर्वदलीय मुलताई को जिला बनाओ समिति के माध्यम से मुलताई को जिला बनाओं आंदोलन चल रहा है।
जिसमें 2008 में लोकसभा उपचुनाव के दौरान भाजपा के शासन में व 2018 में कांग्रेस के शासन में कांग्रेस नेताओं की वादाखिलाफी के कारण मुलताई जिला बनने से चुक गया।
2023 में विधानसभा चुनाव की दहलीज पर मुलताई में एक बार फिर मुलताई को जिला बनाओं आंदोलन तीव्र हुआ। जिसमें क्रमिक भूख हड़ताल, मुलताई बंद, आमरण अनशन भी किया गया।
मुलताई की जनता को जागरूक करने में एवं राष्ट्रीय पार्टियों को मुलताई जिला बनाओं आंदोलन के पक्ष में लाने में 15 वर्षो का समय मुलताई को जिला बनाओं समिति को लग गया और 2023 में हाल ही में चुनावी आमसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलताई में मुलताई को आम सहमति बना कर मुलताई को जिला बनाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया है।
27 अक्टूबर को बैतूल जिले के शाहपुर में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनावी आमसभा में पधार रहे है। अब देखना यह है कि मुलताई के कांग्रेसी नेता जो भाजपा नेताओं पर मुलताई को जिला बनाने दबाव बना रहे थे वह कांग्रेसी नेताओं पर दबाव बनाकर शाहपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से कांग्रेस सरकार बनने पर मुलताई को जिला बनाने का आश्वासन मंच से दिलवा पाते है या नहीं।
और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मंच से मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर मुलताई को जिला बनाने का आश्वासन देते है, या नहीं।