कालेज की छात्राओं ने ईमानदारी की पेश की मिशालपुलिस ने सोने के गहनों के वास्तविक मालिक को लौटाया बैग
मुलताई। हाईटेक हो चुके समय में आए दिनों समाचार पत्रों में सायबर ठगी, चैन स्नेचिंग, लूटपाट की वारदाते सुर्खियों में रहती है। किसी को ठगने या चपत लगाने की फिराक असामाजिक तत्व लगे रहते है। लेकिन कालेज में अध्यनरत दो छात्राओं ने जिन्हे रास्ते में लौटते समय एक लेडीज बैग मिला। जिसमे करीब 1 लाख रुपए से अधिक के सोने के जेवर मिले थे। वे चाहती तो उन गहनों को आपस में बाट भी सकती थी, लेकिन उन दोनो छात्राओं ने ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए मिले बैग को सीधे थाना ले जाकर पुलिस के सुपुर्द कर वास्तिक मालिक की खोजबीन कर उसे उसका बैग तथा गहने लौटाने की बात कही गई। वाक्या बीते शुक्रवार का है नगर के रेल्वे स्टेशन की सीढ़ी पर कॉलेज से आ रही दो छात्राओं को एक लेडीज बैग पड़ा दिखाई दिया। जिसे लेने कोई नहीं पहुंचा तो दोनो छात्राए बैग लेकर सीधे पुलिस थाने पहुंची और बैग पुलिस को सौंपकर ईमानदारी की मिशाल पेश की थी। बैग में नगद राशि सहित लगभग एक लाख रुपए कीमत के सोने के जेवर सहित दो पेन ड्राइव भी रखी हुई थी। पेन ड्राइव से पुलिस ने बैग में रखे सोने के जेवरात के वास्तविक मालिक को ढूंढ निकाला,और शुक्रवार को बैग की वास्तविक मालिक महिला को थाना बुलाकर कॉलेज की छात्राओं के समक्ष बैग महिला को सौंपा।
उपनिरीक्षक छत्रपाल धुर्वे ने बताया पिछले शुक्रवार को नगर के सरकारी कॉलेज में अध्यनरत छात्रा अंजली कावड़े और रितु टेकाम को रेल्वे स्टेशन की सीढ़ी पर एक बैग मिला था। दोनो छात्राओं ने आसपास खड़े यात्रियों से बैग के संबंध में पूछताछ की। लेकिन बैग के स्वामी का पता नहीं चला तो छात्राओं ने बैग को थाना लाकर पुलिस को सौंप दिया था। उप निरीक्षक श्री धुर्वे ने बताया कि बैग से मिली पेन ड्राइव की जांच पड़ताल करने के बाद यह खुलासा हुआ कि बैग ग्राम जौलखेड़ा निवासी किरण पति वीरेंद्र डोंगरदिये का है। इस स्थिति में किरण डोंगरदिए को पुलिस थाना बुलाकर दोनो छात्राओ के समक्ष बैग में मिले नगदी और सोने के जेवर सहित पेन ड्राइव सौपी गई। वही थाना प्रभारी राजेश सातनकर ने दोनो छात्राओं को एक हजार एक सौ रुपए नगद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देने की घोषणा की है।