देवी प्रतिमाओं के विसर्जन में लगा गोताखोर डेम में गिरा, साथी गोताखोरों ने बचाई जान

मुलताई। नवरात्र के बाद नगर पालिका द्वारा देवी प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था छिंदवाड़ा मार्ग पर स्थित बुकाखेड़ी में प्रति वर्ष अनुसार की गई। रविवार रात दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान मूर्ति विशेषज्ञ के कार्य पर तैनात एक युवक फिसलकर पानी में गिरकर डूब गया। डैम में तलाश के बाद वह बेहोशी की हालत में मिला। जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक की हालत बेहतर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि युवक को नगरपालिका ने गोताखोर के तौर पर तैनात किया था।
नवरात्र पर प्रतिमाओं के विसर्जन दो तीन दिन चलते हैं। इसी क्रम में रविवार रात में बुकाखेड़ी डैम पर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन चल रहा था। इसी दौरान नगरपालिका द्वारा तैनात गोताखोर युवक विसर्जन के समय पानी में गिर गया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। बताया जा रहा है की युवक प्रतिमा को पकड़कर खड़ा था। तभी अचानक उसे चक्कर आ गया और वह बीच डैम में गिर गया। कुछ देर तो वहां मौजूद व्यक्ति कुछ समझ ही नहीं पाए, लेकिन जब युवक काफी देर तक पानी से नहीं निकला तो मौके पर नाव बुलवाकर गोताखोरों ने उसका तलाश शुरू की। काफी देर बाद युवक डैम के पानी में बेहोशी की हालत में मिला। जिसे
तत्काल निजी वाहन से एक निजी अस्पताल लाया गया। जहा उसका प्राथमिक इलाज किया गया। जिसके बाद उसकी हालत में सुधार आया। बताया जा रहा है कि समय रहते उसे डेम से निकाल लिए जाने और समय रहते इलाज हो जाने की वजह से उसकी जान बच गई। मौके पर पुलिस, नगर पालिका, गोताखोर तथा राजस्व की टीम के कर्मचारी चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच इंतजाम में लगे हुए थे।

लाइफ जैकेट नहीं पहने नजर आए नाविक
विसर्जन के कार्य में लगे गोताखोर तथा प्रतिमा विसर्जन हेतु प्रतिमाओं को डेम के गहरे पानी में डोंगा सहित लेकर जाने वाले कर्मचारी बैगर लाइफ जैकेट के नजर आए। जबकि नियमानुसार गोताखोर तथा नव पर लगे कर्मचारियों को लाइफ जैकेट पहन कर कार्य करना चाहिए था। जिस वक्त प्रतिमा लेकर गहरे पानी की ओर प्रतिमा ले जाई जा रही थी उस दौरान का वीडियो यह दर्शाने के लिए काफी है कि कर्मचारी जो प्रतिमा के साथ मौजूद थे, वे बिना लाइफ जैकेट के ही कम कर रहे थे। जबकि जो गोताखोर पानी में गिर वह भी लाइफ जैकेट नहीं पहने था।