नरसिंह जयंती उत्सव का हुआ आयोजन
मुलताई। स्थानीय महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण सभा के द्वारा आयोजित नरसिंह लीला जो विगत सैकड़ो वर्ष पुरानी परंपरा का निर्वहन किया जाता है। स्थानीय राधा कृष्ण मंदिर में सायं काल के समय नरसिंह भगवान का अभिषेक पूजन महा आरती का आयोजन किया जाता है। उसके बाद रात्रि में देशमुख वाडा से देशमुख परिवार के व्यक्ति द्वारा हिरण्यकश्पयू राजा का रूप धरा जाता है। जिसमे विक्रम देशमुख द्वारा राजा का रूप लिया गया, वहीं विहिते परिवार के शुभारंभ विहिते द्वारा नरसिंह भगवान का रूप लिया गया। जिसमें मंत्र उपचार के द्वारा इस लीला का मंचन किया जाता गया। जिसमें खम्ब के रूप में एक बड़ा पर्दा लगाया गया। पर्दे के एक तरफ नरसिंह भगवान और एक तरफ राजा आपस में युद्ध करते हैं और यह लीला पूर्ण होकर जब राजा के द्वारा उस पर्दे को फाड़ा जाता है तब नरसिंह भगवान राजा की तलाश में पूरे क्षेत्र में भ्रमण करते हैं,और अंत में श्री कृष्ण मंदिर में जाकर भगवान नरसिंह की आरती की जाती है। जिसके बाद उन्हें शांत होने का निवेदन किया जाता है। जिसके बाद सभी भक्तगण नरसीह भगवान को नमन कर आशीर्वाद लिया। इस परंपरा का मुख्य पक्ष विष्णु अवतारी श्री नरसिंह भगवान ने जिस प्रकार अवतार लेकर हीरणकश्यपु का वध किया था। उसी स्मरण में यह लीला आयोजित की जाती है। नरसिंह भगवान की जयंती महाराष्ट्रीयन ब्राम्हण सभा द्वारा धूमधाम से मनाई गई।