प्रदेश की आईएसओ दर्जा प्राप्त तहसील कार्यालय की सड़क पर पड़े गढ्ढे
मुलताई। मध्य प्रदेश की प्रथम आईएसओ दर्जा प्राप्त तहसील कार्यालय अपनी बदहाली पर तरस खाने वाले अधिकारी की राह देख रहा है। तत्कालीन एसडीएम द्वारा नगर के तहसील कार्यालय को काफी मेहनत और लगन से ए 1 दर्जे का विकास कराते हुए इसे आईएसओ के मानकों पर खरा उतारने योग्य बनाया था। जिसके बाद तहसील कार्यालय का निरीक्षण उपरांत आईएसओ 9001, 2008 का दर्जा प्राप्त हुआ था। समय के साथ बदलाव हुए अनेकों एसडीएम आए और चले गए। वर्तमान में तहसील कार्यालय का पहुंच मार्ग गड्डों में तब्दील हो गया है। रोज सैकड़ों ग्रामीण तथा उक्त गढ्ढों से युक्त मार्ग पर अधिकारियों का आना-जाना इसी स्थान से होता है। लेकिन अधिकारियो द्वारा अपने अधीनस्थ संबंधित अधिकारी को सड़क में पड़े गढ्ढों को समतल करने के निर्देश तक नही दिए जा रहे। जिसके कारण बारिश में सड़क पर बने पानी तथा कीचड़ से भरे गड्ढे अधिकारियो को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे है।
तहसील कार्यालय में आवागमन के दोनों ही मुख्य मार्ग की साध पर जहा तहां पड़े गढ्ढे पानी तथा कीचड़ के कारण खस्ताहाल हो गए हैं। लगातार हो रही बारिश से तहसील कार्यालय परिसर में जगह-जगह कीचड़ होने से आने वाले ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आने जाने वाले वाहनों को गड्डो से होकर गुजरना पड़ रहा है।
इसके कारण दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। तहसील कार्यालय आने वाले ग्रामीणों तथा नागरिकों ने समाचार के माध्यम से तहसील कार्यालय की सड़क पर पड़े गढ्ढों को पीडब्ल्यूडी के अधिकारी द्वारा कर्मचारियों की मदद से भरवाने की मांग की है।