बलि प्रथा बंद करने ग्रामीणों ने लिया संकल्पपांच कुंडी गायत्री महायज्ञ में आहुतियां समर्पित कर रहे ग्रामीण

मुलताई। अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा ग्राम साड़िया में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रज्ञा पुराण कथा एवं 27 जनवरी से प्रारंभ हुआ जिसका समापन 30 जनवरी को होगा,जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण भाई बहनों के द्वारा राष्ट्र के नव निर्माण सुख शांति समृद्धि के निमित सुबह 8 बजे से 12बजे तक प्रतिदिन पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ आहुतियां दे रहे है। संगीतमय प्रज्ञा पुराणकथा का वाचन छिंदवाड़ा के टोली के टोली नायक पुरुषोत्तम बंदेवार के द्वारा पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी के संदेशों को प्रज्ञा पुराण कथा के माध्यम से बताया जा रहा है। ताकि इस राष्ट्र में सुख शांति समृद्धि का वातावरण बने, सनातन धर्म संस्कृति की स्थापना हो,प्रत्येक मनुष्य में देवत्व का उदय हो इस धरती पर स्वर्ग सा वातावरण निर्मित हो पूज्य गुरुदेव द्वारा संचालित विचार क्रांति अभियान सफल हो। पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में ,गुरुदीक्षा संस्कार, पुंशवन संस्कार, मुंडन, विद्यारंभ आदि संस्कार भी निशुल्क संपन्न कराए जा रहे इस कार्यक्रम में ग्रामीण युवा भाई बहनों ने ग्राम में बलि प्रथा को बंद करने नशामुक्त ग्राम बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में साड़िया सहित ग्राम चन्दोरा, सिरसावाडी,मुलताई,सोनोरा, सोनोली,जामगांव आदि ग्रामों से भी भाई बहन पहुंच रहे है।कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम के सुरेश ठाकरे, यादोराव खाड़े,बाबूराव ठाकरे,मि_ू डोंगरे,अशोक ठाकरे,गुणवंत बरडे,प्रकाश ठाकरे,सुमित्रा,अनुसूया,सरिता ठाकरे,सहित गायत्री परिवार ट्रस्ट मुलताई के मुख्य ट्रस्टी यादोराव निंबालकर,नारायण देशमुख आदि का विशेष सहयोग रहा।