विश्वकल्याण के लिए शुरू हुआ सहस्त्रचंडी महायज्ञ
मुलताई। मासोद रोड पर स्थित ज्ञानेश्वर शिव मंदिर परिसर में विश्वकल्याणके लिए सहस्त्रचंडी महायज्ञ किया जा रहा है। 15 ब्राह्मणों के मार्गदर्शनमें साधक यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित कर रहे हैं। सहस्त्रचंडी महायज्ञके दूसरे दिन सोमवार को आचार्य पं. संजय जोशी ने यज्ञ शाला की परिक्रमाका महत्व बताया। उन्होंने कहा यज्ञ मंडप की परिक्रमा से सभी देवताओं कापूजन एक साथ हो जाता है। परिक्रमा करने वाले पर सभी देवाताओं की कृपाबरसती है। व्यक्ति जिस कामना को लेकर परिक्रमा करता है वह पूरी होती है।शुद्ध चित्त और मां भगवती के प्रत समर्पण होकर मंडल की परिक्रमा करनाचाहिए। जितना लाभ यजमान को यज्ञ करने से होता है उतना ही पुण्य यज्ञशालाकी परिक्रमा करने से मिलता है। यज्ञ समिति के हेमंत विजय राव देशमुख,दिनेश गढ़ेकर ने बताया रोजाना सुबह 8 बजे से मंडल, देवी पूजन और शाम 4 बजेसे दुर्गा सप्तशती पाठ से हवन किया जा रहा है। 15 ब्राह्मणों केमार्गदर्शन में अनुष्ठान हो रहा है। सहस्त्रचंडी महायज्ञ अनुष्ठान केदौरा 15 फरवरी से पार्थिव शिवलिंग निर्माण होगा। जिसको लेकर कार्यकर्ता तैयारी में जुट गए है। चार दिनों में सवा लाख पार्थिव शिवलिंग बनाकरअभिषेक किया जाएगा।