अफसर बनने 3 हजार 386 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा 1179 विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
बैतूल। मध्यप्रदेश राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023 रविवार को बैतूल में 12 केन्द्रों पर आयोजित हुई। परीक्षा में कई विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा समय में उड़नदस्तों द्वारा सघन निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। एडीएम जयप्रकाश सरियाम ने बताया कि राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए बैतूल में 12 केन्द्र बनाए गए है, जिसमें शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल गंज , शासकीय महारानी बाई लक्ष्मी स्कूल, विवेकानंद महाविद्यालय सदर, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कोठीबाजार, शासकीय कृषि महाविद्यालय (सीएम राईज) स्कूल, बैतूलबाजार, शासकीय हाईस्कूल हमलापुर, शासकीय महाविद्यालय सदर, शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल आठवां मिल, शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी बैतूल, लिटिल फ्लावर हायर सेकेण्डरी स्कूल सदर, शासकीय पॉलीटेक्रिक महाविद्यालय बैतूल और जेएच कॉलेज बैतूल शामिल है। परीक्षा में कुल 4 हजार 865 विद्यार्थी सम्मिलित होना था, जिसमें 2309 महिला , 2478 पुरूष शामिल है। इसमें से पहली पारी में 3686 विद्यार्थी उपस्थित रहे। 1807 महिलाएं, 1821 पुरूष शामिल है। 1 हजार 179 विद्यार्थी परीक्षा से अनपुस्थित रहे। जिसमें 502 महिला और 657 पुरूष शामिल है, परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। दूसरी पाली में 3660 विद्यार्थी उपस्थित और 1205 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा समय में उड़नदस्ते में शामिल अधिकारियों ने परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी।
परीक्षा में पूछा पूर्णा नदी किसकी सहायक नदी है
पहली पारी का प्रश्र पत्र देकर आ रहे कई विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। विद्यार्थियों का कहना है कि एमपीएससी में पहली पारी का पेपर अच्छा आया था। इसमें विद्यार्थियों को एक प्रश्र आया जिसमें पूर्णा नदी किसकी सहायक नदी है। परीक्षा में एक और प्रश्र आया जिसमें पूछा गया कि मध्यप्रदेश के निम्रलिखित जिलों को 2011 की जनगणना के अनुसार उनकी दसकिय जनसंख्या वृद्धि दर से 2001 और 2011 के क्रम में न्यूनतम से उच्चतम तक व्यवस्थित करें, जिसमें अनुपपुर, मंदसौर, बैतूल, छिंदवाड़ा फिर द्वितीय ऑप्शन अनूपपूर, बैतूल, छिंदवाड़ा, मंदसौर और तृतीय ऑप्शन, बैतूल ंिछंदवाड़ा, मंदसौर, अनूपपूर और चौथे ऑप्शन, बैतूल, अनूपपूर, छिंदवाड़ा, मंदसौर ऑप्शन दिया गया था। विद्यार्थियों का कहना है कि प्रश्र पत्र तो ठीक है, लेकिन विद्यार्थियों के चेहरे पर चिंता भी देखने को मिली थी। वे इस परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल कर सकते है कि नहीं।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
परीक्षा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। आधे घंटे पहले ही विद्यार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर बुलाया था। कड़ी चैकिंग के बाद ही विद्यार्थियों को परीक्षा कक्ष के भीतर प्रवेश दिया गया। जो विद्यार्थी जूते, मौजे पहनकर चले गए थे, उनके जूते, मौजे बाहर उतरवाएं गए। पूरे समय अधिकारी भी परीक्षा केन्द्रों की व्यवस्था का जायजा लेते रहे।