क्षेत्रवासियों को है झमाझम बारिश का इंतजार
मुलताई। नगर सहित आंचलिक ग्रामीण क्षेत्रों में अभी बारिश की शुरुवात हुई है। जो की फसलों के लिए संजीवनी मात्र है। अभी तक नदी नालों की तली तक पूरी तरह से तर नही हो पाई है। जिसके कारण अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाले नालों में गर्मी के दौरान जमा हुई पेड़ पौधों की पत्तियां तक बह नही पाई है। किसानों के अनुसार वर्तमान में हो रही बारिश फसलों को तो जीवनदान दे रही है लेकिन धरती की प्यास बुझाने के लिए झमाझम बारिश बहुत जरूरी है। अभी खेतो में एक से डेढ़ फीट गहराई तक ही नमी हो पाई है। जिसके कारण खेतो के पास से बहने वाले नाले सूखे है। इसका कारण खेतो की पर्याप्त प्यास बुझाने के बाद खेतों से पानी का रिसाव होने तथा आसमान से तेज बारिश होने के बाद नदी नालों में पानी कलकल करते हुए बहता है।
प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में जहा बारिश ने जमकर तबाही मचाने के समाचार सुर्खियों में है किंतु पवित्र नगरीय क्षेत्र में बारिश मानो खिलवाड़ करते नजर आ रही है। नदी नालों में बारिश के पानी का पूरी तरह से बहाव नही हो पाने के कारण ताप्ती उद्गम में पानी की आवक नही हुई है। हालाकि ताप्ती उद्गम स्थल में पानी की आपूर्ति करने वाले जलमार्ग के माध्यम से छोटे तालाब को पानी पहुंच रहा है। तेज बारिश होने के बाद उद्गम स्थल में पानी की आवक शुरू हो पाएगी। बहरहाल नागरिकों के साथ ही क्षेत्रवासियों को तेजी झमाझम बारिश का बेसब्री से इंतजार है।