डाक सेवकों की हड़ताल से सेवा बाधित
सात सूत्री मांगों के लिए धरना शुरू, 525 केंद्रों पर ताले पड़े
बैतूल। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ की 7 सूत्रीय मांगों के समर्थन में जिले भर के डाक सेवक हड़ताल पर चले गए है। इससे डाक सेवा पर खासा असर पड़ा है। यह कर्मचारी डाक सेवकों से आठ घंटे काम लिए जाने की मांग कर रहे हैं।
अखिल भारतीय डाक ग्रामीण डाक सेवक संघ लंबे समय से अपनी सात सूत्री मांगे पूरी करने की गुहार लगाता रहा है। आज से उसने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जिसके तहत कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट के पास धरना शुरू कर दिया है। इससे जिले भर में स्थित 500 से ज्यादा ग्रामीण डाक घरों पर ताले पड़ गए है। डाक के वितरण से लेकर बीमा कार्य तक इस हड़ताल से प्रभावित हुए हैं।
यह कर रहे कर्मचारी मांग
1. ग्रामीण डाक सेवकों का काम समय 8 घंटे का किया जाए।
2. कमलेश चंद्र कमेटी की विभागीय कर्मचारियों की तरह ही वेटेज, इंक्रीमेंट, वरीयता, बंचिंग व 12 साल, 24 साल और 36 साली की सफल सेवा पूर्ण होने पर विभागीय कर्मचारी की तरह फाइनेंशियल अपग्रेडेशन दिया जाए।
3. ग्रुप इंश्योरेंस स्कीम का कवरेज 5 लाख रुपए तक बढ़ाया जाए। विभागीय कर्मचारियों के समान ग्रेच्युटी दी जाए। ग्रामीण डाक सेवकों के अवकाश 180 दिनों तक का जमा रखा जाए। ग्रामीण डाक सेवको व ग्रामीण डाक सेवकों के परिवार के लिए भी पूर्ण मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए। एसडीबीएस की राशि 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया जाए।
4. विभाग की इन्सेंटिव वाली योजनाएं जैसे आईपीपीबी, डाक जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, बचत योजनाएं और मनरेगा से संबंधित कार्य ग्रामीण डाक सेवकों से नहीं लिया जाए।
5. ग्रामीण डाक सेवकों को वार्षिक वेतन वृद्धि विभागीय कर्मचारियों की तरह दिया जाए।
6. ग्रामीण डाक सेवकों की इच्छा के विरूद्ध स्वयं की मोबाइल डिवाइस का उपयोग विभागीय कार्य के लिए किए जाने की बाध्यता समाप्त की जाए। इसी प्रकार विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कार्य करने की बाध्यता समाप्त की जाए।
7. ग्रामीण डाक सेवकों को लेपटॉप, प्रिंटर व हार्ड स्पीड नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।