ताप्ती तट पर आरएसएस ने मनाया गुरु पूर्णिमा पर्व
मुलताई। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर नगर के क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज भवन में गुरुपूजन पर्व का आयोजन किया गया।जिसमें प्रांत बौद्धिक शिक्षण प्रमुख श्री पंकज शर्मा उपस्थित हुए। श्री शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने परम पूज्य भगवा ध्वज को अपना गुरु माना है। गुरु पूर्णिमा पर्व संघ के 6 उत्सव में से एक है। भगवा रंग त्याग एवं बलिदान का प्रतीक है। यह आदि अनादिकाल से सनातन धर्म का प्रतीक रहा है। शिवाजी महाराज से लेकर भगवान राम, श्रीकृष्ण के ध्वज का रंग केसरिया रहा है।
संघ के स्वयंसेवक इस दिन भगवा ध्वज के सामने अपनी राशि समर्पित करते हैं। इसी समर्पण से संघ कार्य साल भर संचालित होते है। श्री शर्मा ने बताया कि दान, दक्षिणा एवं समर्पण में अंतर होता है। समर्पण अंतर्मन की भावना से किया जाता है। उन्होंने स्वयंसेवकों से तन, मन एवम धन के साथ समय का भी समर्पण करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि संघ 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। यह संघ की पांचवीं पीढ़ी है, जो कि स्वयंसेवकों के अथक परिश्रम का परिणाम है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का लक्ष्य भारत माता को परम वैभव के शिखर पर पुनर्स्थापित करना है।