ताप्ती तट पर श्रावण मास के चौथे सोमवार को कावड़ यात्रियों का हुआ समागम
मुलताई। श्रावण मास के पवित्र महीने में लगातार कावड़ यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। श्रवण मास के चौथे सोमवार को पवित्र नगरी में ताप्ती तट पर कावड़ यात्रियों का समागम हुआ। नगर से जहां तीन कावड़ यात्राओं का आयोजन हुआ वही ग्रामीण क्षेत्र से तीन कावड़ यात्राएं भी ताप्ती तट पहुंची। जिससे ताप्ती तट पर कावड़ियों का समागम हुआ।
नगर के बस स्टैंड स्थित दुर्गा मंदिर से धूमधाम से निकली कांवड़ यात्रा का मुख्य आकर्षण भगवान शिव की झांकी रही।वही ग्रामीणों क्षेत्र से आई डिंडियां जिसमे ग्रामीण ढोलक मंजीरे और डमरू के साथ भजन गाते चल रहे ग्रामीण आकर्षण का केंद्र रहे। कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शिव भक्त शामिल हुए। गाजे बजे के साथ कांवड़ यात्रा ताप्ती तट पहुंची जहां ताप्ती जल लेकर यात्रा सरोवर का परिक्रमा करते हुए शिव धाम झिरी के लिए रवाना हुई। इसी तरह ग्राम डहुआ से न कामाख्या मंदिर कावड़ यात्रा भी ताप्ती तट पहुंची।वही सरई, बघौली से भी कावड़िए न ताप्ती तट पहुंचे।जिन्होंने न ताप्ती का जल कावड़ में भरकर अपने अपने ग्राम में स्थित शिवालयों में ले जाकर भगवान भोले नाथ का अभिषेक किया। इसी तरह अंबेडकर वार्ड की महिला मंडली द्वारा डीजे की धुन पर कावड़ यात्रा निकाली कावड़ यात्रा में शामिल महिलाए सुर्ख लाल रंग सादिया पहने भगवान भोले के जयकारे लगते हुए ताप्ती तट पहुंची।जहा से ताप्ती जल लेकर न्यायालय में स्थित शिवलिंग तथा रेलवे पटरी के पास स्थित बिजली आफिस के पास स्थित शिवलिंग का मा ताप्ती के पावन जाल से अभिषेक किया। वही नेहरू वार्ड नागदेव मंदिर युवा समिति तथा नवयुवक जय बजरंग अखाड़ा साहू समाज समिति द्वारा शिवभक्तों कांवड़ियों को तिलक व पुष्प वर्षा कर माँ ताप्ती मन्दिर से पुजन व तट से जल लेकर कावड़ यात्रा निकाली। जो बैतूल रोड पर स्थित ड्रीम लेंड सिटी में स्थित भोलेनाथ बाबा का अभिषेक करने पहुंची। कावड़ियों का जगह जगह स्वागत किया गया।