नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का हुआ समापन
मुलताई। तहसील क्षेत्र के ग्राम नांदकुड़ी में विगत 7 दिनों से चल रहे नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में प्रतिदिन सुबह गायत्री यज्ञ किया जा रहा था। जिसमें क्षेत्र की कुशलता और मंगल के लिए यह यज्ञ किया गया।
पवन कुमार साहू ने बताया कि 9 कुण्डी यज्ञ के साथ ही भगवान श्री रामचंद्र जी की राम कथा का भी वाचन किया जा रहा था। कथा वाचक पंडित दीपक दुबे के द्वारा सप्तम दिवस पर विश्राम दिवस की कथा में आचार्य जी ने भगवान श्री रामचंद्र जी के द्वारा लंका पर चढ़ाई और रावण वध तथा अन्य कथाओं का वर्णन किया। बताया गया कि इस कलयुग में पुत्र किस तरह होने चाहिए पुत्र हो तो राम के जैसा, पिता हो तो दशरथ के जैसा, भाई हो तो लखन के जैसा, शत्रु हो तो रावण के जैसा, मित्र हो तो सुग्रीव के जैसा, और मर्यादा पुरुषोत्तम के अनेकों को चरित्र की कथा गुरुदेव के द्वारा श्रवण करवाई गई, जिसमें सभी भक्तों ने भावविभोर होकर कथा का रसपान किया।
सेतु बंधन की कथा के दौरान पवन कुमार साहू ने भगवान शंकर,भगवान श्री रामचंद्र जी और भगवान कृष्ण की झांकी बनाकर भावविभोर कर दिया।
विश्राम दिवस की कथा पर सभी भक्तों की आंखें नम हो गई सभी ने भारी मन से ने कथा को विश्राम दिया। 7 दिनों से चल रहे इस 9 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का प्रेम पूर्वक श्रद्धा के साथ समापन हुआ।