बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान अपमान का आरोप: विपक्ष हमलावर, कोर्ट में याचिका दायर

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगा है। 20 मार्च 2025 को पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में सेपक टाकरा वर्ल्ड कप 2025 के उद्घाटन समारोह में, राष्ट्रगान के दौरान नीतीश कुमार को प्रधान सचिव दीपक कुमार से बातचीत करते हुए देखा गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
इस घटना के बाद, मुजफ्फरपुर की एक अदालत में नीतीश कुमार के खिलाफ राष्ट्रगान के अपमान के आरोप में याचिका दायर की गई है।अधिवक्ता सूरज कुमार ने यह याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के आचरण को राज्य की बदनामी करार दिया है। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए 25 मार्च की तारीख तय की है।
विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए हैं। विधानसभा में भी इस मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिससे सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई।
दूसरी ओर, जदयू और भाजपा के नेताओं ने नीतीश कुमार का समर्थन किया है। बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है और नीतीश कुमार की ईमानदारी पर सवाल उठाना गलत है। भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार से भूल हो गई होगी और विपक्ष को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
कानूनी दृष्टिकोण से, ‘राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम 1971’ के तहत राष्ट्रगान का अपमान दंडनीय अपराध है, जिसमें तीन साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
इस विवाद के बीच, नीतीश कुमार का राष्ट्रगान के दौरान व्यवहार चर्चा का विषय बना हुआ है, और इस पर कानूनी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं जारी हैं।