भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित लोकगीत लोक नृत्य प्रतियोगिता आयोजित
मुलताई। मध्य प्रदेश शासन के आदेशानुसार शासकीय स्नातकोतर महाविद्यालय में शुक्रवार को महाविद्यालय स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत भारतीय संस्कृति पर आधारित लोक गीत एवम लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य एवं महाविद्यालय की जन भागीदारी अध्यक्ष द्वारा मां वीणावादिनी की पूजा अर्चना कर विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने की शुभकामनाएं देने के साथ किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर वर्षा खुराना ने लोक गीत एवं लोक नृत्य के महत्व को समझाते हुए कहा कि लोक नृत्य देश के लोगों के जीने, सोचने और खुद को अभिव्यक्त करने के तरीके को दर्शाता है। जनभागीदारी समिति अध्यक्ष जयेस संघवी ने कहा कि लोक नृत्य भारत की परंपरा और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और उनका महत्व हमेशा से रहा है और आगे भी रहेगा, क्योंकि वे हमारे देश की संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलू हैं। दूर-दूर के स्थानों में, भारतीय कला के ये रूप और प्रतिनिधित्व भारत को प्यार, प्रसिद्धि और सम्मान दिलाते हैं।
लोक नृत्य प्रतियोगिता में हर्षिता, खुशबू, लक्ष्मण बेले, अर्पिता और समूह नृत्य मे पूनम, रोशनी ने भाग लिया। महाविद्यालय स्तर पर चयनित विद्यार्थी 09 दिसंबर से जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रो$फेसर सिद्धार्थ पंडोले ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन का डॉक्टर एल एल राउत द्वारा किया गया।