भारत और ब्रिटेन ने ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए, टैरिफ में कटौती की, 34 अरब डॉलर का व्यापार संभव

भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार को बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए, जिससे द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 34 अरब डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की उपस्थिति में अंतिम रूप दिए गए इस समझौते से ब्रिटेन को भारत से होने वाले 99% निर्यात पर शुल्क समाप्त हो जाएगा, जिसमें कपड़ा, चमड़ा, जेनेरिक दवाइयाँ और कृषि उत्पाद शामिल हैं।
भारत ब्रिटेन के सामानों पर शुल्क में उल्लेखनीय कमी करेगा—स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क एक दशक में 150% से घटाकर 40% कर देगा और इलेक्ट्रिक वाहनों पर शुल्क 110% से घटाकर 10% कर देगा। ब्रिटेन को वित्तीय सेवाओं और बौद्धिक संपदा अधिकारों में खरीद तक पहुँच और बेहतर अवसर भी मिलेंगे।
इस एफटीए से 2030 तक भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग और रत्न निर्यात दोगुना होने का अनुमान है, जबकि भारत को ब्रिटेन का निर्यात लगभग 60% बढ़ जाएगा। इस समझौते को अब भारत में कैबिनेट की मंज़ूरी और ब्रिटेन की संसद द्वारा अनुसमर्थन का इंतज़ार है।