मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की यूनिट नंबर 10 से पुन: सिद्ध की अपनी श्रेष्ठता

जबलपुर, 5 अगस्त। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी (MPPGCL) के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी (STPS) की 250 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर 10 ने अभियंताओं व तकनीकी कर्मियों के असाधारण समर्पण व कड़ी मेहनत की बदौलत 150 दिन तक सतत् और निर्बाध विद्युत उत्पादन करने में सफलता हासिल की है। यह यूनिट इस वर्ष 5 मार्च से अभी तक लगातार विद्युत उत्पादन कर रही है। पिछले डेढ़ सौ दिनों में पावर जनरेटिंग कंपनी के अभियंताओं व तकनीकी कर्मियों ने टीम भावना और पेशेवर ढंग से कार्य करते हुए यूनिट नंबर 10 को श्रेष्ठतम शिखर तक पहुंचाया। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई व मध्यप्रदेश पावर जनरेटिगं कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने सारनी की यूनिट नंबर 10 के अभियंताओं व तकनीकी कर्मियों को इस गौरवशाली उपलब्धि हासिल करने के लिए बधाई दी।
तो मिलता यूनिट को 320 दिन लगातार उत्पादन करने का तमगा-गौरतलब है कि इस यूनिट ने इससे पूर्व 3 मार्च तक 170 दिन तक लगातार विद्युत उत्पादन कर रही थी लेकिन 4 मार्च को एक छोटी सी तकनीकी गड़बड़ी के कारण इस यूनिट से एक दिन का विद्युत उत्पादन प्रभावित हो गया। यदि 4 मार्च को आए व्यवधान से इस यूनिट से विद्युत उत्पादन प्रभावित नहीं होता तो आज यह यूनिट 320 दिन तक लगातार विद्युत उत्पादन करने का तमगा प्राप्त करती।
पिछले 12 वर्षों में यूनिट नंबर 10 ने रचे नए कीर्तिमान-सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की 250 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर 10 की कमीशनिंग 18 अगस्त 2013 को हुई थी। पिछले बारह वर्षों में इस यूनिट ने विद्युत उत्पादन और ऑपरेशन के नए कीर्तिमान रचे। यूनिट नंबर 10 ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 305 दिन तक लगातार विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया था, जिसे गत दिवस अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की यूनिट नंबर 5 ने पिछले दिनों तोड़ा। वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस यूनिट ने क्रमश: 170 व 235 दिनों तक लगातार विद्युत उत्पादन करने का कीर्तिमान बनाया था।
यूनिट ने अर्जित किया 98.35% पीएएफ-सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की यूनिट नंबर 10 ने जब डेढ़ सौ तक लगातार विद्युत उत्पादन करने में सफलता हासिल की तब यूनिट का प्लांट अवेलेबिलिटी फेक्टर (पीएएफ) 98.35 फीसदी, प्लांट लोड फेक्टर 84.71 फीसदी व ऑक्जलरी कंजम्पशन 8.86 प्रतिशत रहा।