महाविद्यालय में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का हुआ आयोजन
मुलताई। शासकीय महाविद्यालय में सोमवार को 21वी सदी के भारत में डिजिटलीकरण के अवसर एवं चुनौतियां विषय पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी हुई। जनभागीदारी समिति द्वारा प्रायोजित एवं वाणिज्य विभाग तथा आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एकदिवसीय संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार रखें संगोष्ठी का शुभारंभ जन भागीदारी अध्यक्ष जयेश संघवी और प्राचार्य डॉक्टर वर्षा खुराना ने किया। संगोष्ठी में पधारे अतिथियों का शाल एवं श्रीफल से स्वागत किया गया । उच्च शिक्षा संस्थान भोपाल से मुख्य वक्ता डॉक्टर महिपाल यादव ने आर्थिक विकास के प्रारंभिक सीधी से लेकर वर्तमान वैश्वीकरण युग में डिजिटाइजेशन पर अपने विचार गहनता पूर्वक रखें। इसके पश्चात मुख्य वक्ता नागपुर विश्वविद्यालय नागपुर महाराष्ट्र से डॉक्टर अनंत एम देशमुख ने डिजिटल कारण के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विभिन्न चुनौतियों पर गहनता से व्याख्यान प्रस्तुत किया ।
आरपीईजी बरकतुल्ला विश्वविद्यालय भोपाल से आई प्राध्यापक डॉ रुपाली शेवलकर के द्वारा क्षेत्रीय असमानताएं डिजिटलीकारण की विभिन्न संभावनाएं एवं चुनौतियां को किस प्रकार से प्रभावित कर रही है के संदर्भ में अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। नागपुर विश्वविद्यालय से डॉक्टर राजेश मधुकर तिमान ने वर्तमान परिपेक्ष में युटुब फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया एप्स के माध्यम से किस प्रकार से डिजिटलाइजेशन के द्वारा शिक्षा ग्रहण की जा रही है एवं स्वरोजगार स्थापित किया जा रहा है पर व्याख्यान दिया साथी साथ डॉ बी आर बारस्कर के द्वारा एवं डॉ मलखान सिंह चौहान के द्वारा भी राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में अपना विचार दिया गया वाचन किया मंच संचालन मंच संचालन डॉक्टर नरेंद्र कुमार हनोते ने किया प्राचार्य डॉक्टर वर्षा खुराना ने भी अपने विचार रखे कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर धनराज कालभोर ने किया कार्यक्रम में महाविद्यालय का समस्त कर्मचारी अधिकारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे हैं।