मां ताप्ती का नाम राजस्व अभिलेखों में संशोधित करने राजस्व अमले ने मंदिरों से जुड़े प्रमुखों से की चर्चा
मुलताई। पुण्य सलिला मा ताप्ती का नाम राजस्व अभिलेखों में दुरुस्त किए जाने को लेकर मा ताप्ती के प्रति आस्था रखने वाले भक्तों द्वारा जिला कलेक्टर को लिखित आवेदन दिया गया था। वर्तमान में राजस्व रिकार्ड में ताप्ती नाला दर्ज है, जिसे ताप्ती नदी करने को लेकर आवेदन दिया गया था। जिस पर शुक्रवार को आर आई रवि पदम तथा पटवारी सोहबत धुर्वे ताप्ती तट पहुंचे। मंदिर के सर्वराकारो के साथ मौके पर नक्शा के आधार पर दर्ज अभिलेख के सुधार करने को लेकर स्थल निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया गया। बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष वर्षा गढ़ेकर,भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनीष माथनकर, मंदिरों के प्रमुख तथा पुजारी देखरेख करने वाले मौजूद थे। हालांकि राजस्व अमले द्वारा आनन फानन में बैठक लेने को लेकर नाराजगी व्यक्त की। किंतु आर आई द्वारा आवेदन के संबंध में तथा राज पत्र में प्रकाशन का हवाला देते हुए विचार विमर्श करने की बात कही। आर आई ने बताया कि राजपत्र के अनुसार धर्मस्व विभाग के अनुसार मां ताप्ती नगरी पवित्र नगरी घोषित है जिसकी गाइड लाइन के अनुसार 16 तरह के विकास कार्य पवित्र नगरी में किए जाने है।जिसको लेकर कलेक्टर को आवेदन कर्ताओं द्वारा अवगत करते हुए राजस्व अभिलेख में हुई त्रुटियों में सुधार करने के लिए कहा था।जिसके बाद सभी ने राजस्व रिकार्ड में मा ताप्ती के नाम में सुधार कर विकास कार्य कराने की बात कही।