विद्यार्थियों को मलेरिया से बचाव हेतु आयोजित कार्यशाला में दी जानकारी
मुलताई। विकास खंड के ग्राम पारड़सिंगा में शुक्रवार को बीएमओ के निर्देशन में मलेरिया निरिक्षक दिवाकर किनकर द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यिमिक शाला पारडसिंगा में शाला प्रचार्य श्रीमति सुनिता शर्मा कि उपस्थिती मे मलेरिया डेंगु चिकनगुनिया की कार्यशाला का अयोजन किया गया। कार्यशाला मे लगभग 500 छात्र छात्राओ को संक्रामक बिमारियो से बचाव तथा मलेरिया डेंगु चिकनगुनिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मच्छरो के अण्डो से लार्वा, लार्वा से प्युपा, प्युपा से मच्छर बनने तक की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। मादा मच्छर रूके हुये साफ पानी मे अण्डे देती है। अत: घरो के टाके टंकी मे संग्रहित जमा पानी को हप्ते मे एक बार खाली कर टाके टंकी को धोकर सुखाने के बाद नया पानी भरने हेतु बताया गया। छत पर रखे टायर बेकार के खाली कंटेनर, खाली टिन के डिब्बे, नारियल के खोल एंव घरो मे रखे कूलर का पानी खाली कराने हेतु बताया गया। घरो के आस पास के नालियो के जमा पानी मे जला आईल डालने हेतु कहा गया। गडडो को मट्टी से पूरने तथा गडडो मे पानी ना जमा ना होने हूतु बताया गया। बुखार आने पर तुरन्त आशा कार्यकर्ता या नजदीकि स्वास्थ्य केन्द्र मे खून की जॉच करवाने की समझाइश दी गई शाम को नीम पत्ती का धुवा करने एंव रात मे मच्छरदानी मे सोने की सलाह दी गई। साथ ही मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया रोग के लक्षण बताकर बिमारी से बचने के उपाय बताये गये। घरो के आस पास की स्वच्छता एंव व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में बताकर शुद्द पानी पिने तथा ताजा भोजन करने की सलाह दी गई। दूषित पानी पीने से होने वाली उल्टी-दस्त जेसे बिमारी पर चर्चा की गई उक्त कार्यशाला मे आर.बी.एस. के डॉ. मुलचंद पवार, डॉ. प्रिया पाल सेक्टर सूपरवायजर विनाद बावने एंव शाला से समस्त शिक्षक शिक्षिकाये उपस्तिथ रहे।