विध्युत विभाग ने नगरपालिका की काटी लाइन, नगर पालिका ने तोड़ी विध्युत विभाग की फेंसिंग,नगर पालिका विध्युत विभाग आए आमने सामने

मुलताई। नगर पालिका कार्यालय तथा पंप हाउस की विद्युत विभाग द्वारा लाखों रुपए बिजली बिल का बकाया होने के कारण बुधवार को लाइन काट दी गई।अचानक बिजली काट दिए जाने से नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गढ़ेकर सहित पार्षदों तथा कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया।
जिसके बाद आनन फानन में जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी कर्मचारी नागपुर नाके पर स्थित विद्युत विभाग कार्यालय पहुंचे। जहां बाजार स्थल पर मुरूम समतली करण का कार्य कर रही रोड लेवलर मशीन के माध्यम से विद्युत विभाग कार्यालय के सामने अतिक्रमण कर बनाई गई तार फेंसिंग को तोड़ दिया गया। मौके पर भारी भीड़ लगने से विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा तत्काल पुलिस तथा एसडीएम को सूचना दी गई।जिसके बाद एसडीएम अनीता पटेल तत्काल मौके पर पहुंची।विद्युत विभाग के मौके पर मौजूद अधिकारी एई सुमित सोनी ने बताया कि नगर पालिका पर विद्युत बिल की बकाया राशि लगभग 47 लाख रुपए है। मार्च का महीना होने से विभाग द्वारा वसूली के लिए निर्देशित किया जाता है।वही नगर पालिका लेखा अधिकारी वीरेंद्र डहारे ने बताया कि नगर पालिका द्वारा 10 लाख रुपए का भुगतान किए जाने के बाद भी नगर पालिका कार्यालय तथा पंप हाउस की बिजली काट दी गई। नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गढ़ेकर ने कहा कि आम जनता से जुड़े पेयजल जैसे संवेदनशील मुद्दे को ध्यान में नहीं रखा गया।बिजली काटने से पेयजल स्टोरेज प्रभावित होने से वार्डो में पेयजल सप्लाई प्रभावित होगी। प्रभारी सीएमओ जी आर देशमुख ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा बिजली बिल की राशि जमा करने के बाद भी बिजली काट दी गई। मौके पर मौजूद एसडीएम अनीता पटेल ने विद्युत विभाग के अधिकारी से कहा कि इस तरह सार्वजनिक हितों के लिए आपस में बैठ कर चर्चा कर हल निकलना चाहिए ना कि आपस में एक दूसरे से बहस कर मुद्दे को तुल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि इस दौरान मौके पर कानून व्यवस्था बिगड़ जाती तो इसके परिणाम बेहद खराब हो सकते थे। बहर हाल एसडीएम अनीता पटेल द्वारा दोनों विभागों को समझाइश देकर मामले को शांत कराया गया।