Sun. Dec 22nd, 2024

शिवमय हुई मां ताप्ती की पावन नगरी मुलताईब्रह्माकुमारीज द्वारा मुलताई में शिव ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा का आयोजनहजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने किया शिव भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंग दर्शन

मुलताई। मां ताप्ती के उद्गम स्थल पावन नगरी मुलताई में आज अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आध्यात्मिक एवं नैतिक मूल्य शिक्षण संस्थान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में विशाल द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में भगवान शिव के भारत में प्रसिद्ध 12 ज्योर्तिलिंगम जैसे सोमनाथ, विश्वनाथ, केदारनाथ, ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, घृष्णेश्वर, बैद्यनाथ, रामेश्वरम, त्रयंबकेश्वर, भीमाशंकर,नागेश्वर के रथ सजाकर इन पर ज्योतिर्लिंग स्थापित किए गए। यात्रा में सर्वप्रथम ब्रह्माकुमारी बहनों ने अपने सर पर कलश रखकर तथा ब्रह्माकुमारीज के अनुयायियों ने शिव ध्वज हाथ में लेकर के इस यात्रा की अगुवाई की तत्पश्चात शिव भोलेनाथ के वाहन नंदीगण का रथ सजाया गया,नंदीगण के रथ के बाद सभी द्वादश ज्योतिर्लिंगों के भव्य रथ सजाकर यात्रा निकाली गई। शहर के मुख्य मार्गों और मुख्य स्थानों से निकाली गई शोभायात्रा का भक्तो ने पूजा अर्चना कर विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया। इस आयोजन में ब्रह्माकुमारीज के बैतूल क्षेत्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी, सारनी क्षेत्र से ब्रह्माकुमारी सुनिता दीदी, मुलताई की संचालिका ब्रह्माकुमारी मालती दीदी, बी के हेमलता, बी के अरुणा, बी के स्वाती, बी के सविता, बी के रोशनी, बी के श्रद्धा, बी के नंदकिशोर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
परमात्मा शिव का हो चुका है धरा पर अवतरण
ब्रह्माकुमारीज मुलताई की संचालिका ब्रह्माकुमारी मालती दीदी ने बताया कि इस यात्रा को निकालने का उद्देश्य जन जन तक यह संदेश पहुंचाना है कि परमात्मा शिव का इस धरा पर एक साधारण मानव तन का आधार लेकर के हो चुका है और वह अपने साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा सृष्टि परिवर्तन का दिव्य कार्य कर रहे हैं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय परमात्मा द्वारा रचित नारी शक्ति द्वारा संचालित आध्यात्मिक नैतिक शिक्षण संस्थान जिसके द्वारा 140 देशों में 5500 से अधिक सेवाकेंद्रों के मध्यम से यह कार्य चल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *