शिव परिवार प्राणप्रतिष्ठा के साथ जारी है श्रीमद् भागवत कथा पुराण
मुलताई। श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह एवं शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन स्थानीय रामनगर रेलवे पटरी पार अंबेडकर वार्ड में किया जा रहा है। जिसमें भागवत सेवार्थी पंडित सौरभ दत्तात्रेय जोशी ने तृतीय दिवस के प्रवचन में बताया कि भागवत कथा अमृत साक्षात श्री कृष्ण की शब्द मयी मूर्ति है। जिसका रसपान करने से त्रिताप का शमन होकर मनुष्य अपने जीवन को उत्कृष्ट सुव्यवस्थित और परिपूर्ण कर सकता है। कथा में ऋषभदेव जी की सुंदर कथा आती है जिसमें ऋषभदेव जी अपनी माता देवहूति को सभी शास्त्रों का संपूर्ण विस्तृत वर्णन बताते हैं, किस प्रकार संत कृपा से ही मनुष्य अंधकार रूपी माया से बाहर निकालकर इस संसार से पार हो पाता है,और अपने जीवन को परिपूर्ण कर लेता है। क्योंकि सत्संग से ज्ञान की प्राप्ति होती है और यह ज्ञान धीरे-धीरे वैराग्य की ओर लेकर जाता है। जिससे मोक्ष की कामना परिपूर्ण होती है। यह श्रीमद् भागवत कथा कल्याण करने वाली सुंदर कथा है। आगे ध्रुव चरित्र आता है जिसमें बालक भगवान के दर्शन की अभिलाषा से युक्त होकर “ओम नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करते हुए 6 मास की कठीन तपस्या करके नारायण को प्राप्त कर लेता है, और वही ध्रुव आगे चलकर ध्रुव तारे के रूप में स्थापित होता है। ऐसी श्रीमद भगवत कृपा करने वाली और मनुष्य की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली है श्रीमद् भागवत कथा।