शुरू हुई नई खदानें तो रेत के दामों में आई भारी गिरावट
अब महज इतने में मिल रहा डंपर
बैतूल। लंबे अरसे बाद जिले की रेत खदानों से खनन शुरू होने के बाद अब जिलेवासियों को दाम के मामले में बड़ी राहत मिली है। अपने सपनों का आशियाना बनाने वालों को अब सस्ते दामों पर रेत उपलब्ध हो पा रही है। जिले में पहले 9 खदानें शुरू हुई थी वहीं अब 14 खदानों से रेत ठेकेदार द्वारा रेत खनन का काम शुरू कर दिया गया है। इससे रेत सप्लायरों को भी अब रेत लाने के लिए पड़ोसी जिलों पर निर्भर नहीं होना पड़ रहा है। उन्हें स्थानीय स्तर पर ही रेत मिल जा रही है।
दामों में इतनी आई है कमी
रेत सप्लायरों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में रेत खदानों का ठेका नहीं होने से पहले सप्लायरों को इटारसी और नर्मदापुरम से रेत लानी पड़ रही थी। जहां खर्च आदि मिलाकर 800 फीट रेत का डंपर लगभग 50 हजार रुपए का पड़ रहा था। इसी तरह 400 फीट रेत की कीमत भी लगभग 35 हजार के आसपास आ रही थी। जिले में रेत की खदानें शुरू होने के बाद अब सप्लायरों को दूसरे जिलों पर निर्भर नहीं होना पड़ रहा है। खर्च में भी कमी आने से रेत की कीमतें भी कम हो चुकी हैं।
अब 800 फीट रेत के दाम लगभग 38 हजार रुपए तथा 400 फीट रेत की कीमत लगभग 22 हजार रुपए तक आ गई है। इसी तरह ट्रेक्टर ट्राली की कीमतों में भी लहभग 1 हजार से 15 सौ रुपये तक की गिरावट हो चुकी है।
क्वालिटी अच्छी होने से मांग ज्यादा
रेत सप्लायरों ने बताया कि जिले की खदानों और नर्मदापुरम तथा तवा नदी से निकलने वाली रेत की अच्छी क्वालिटी होने से इसकी डिमांड थोड़ी ज्यादा है। लेकिन, लोकल की तुलना में इसकी कीमतें भी ज्यादा होने से ग्राहक भी असमंजस में नजर आने लगते हैं। इसके बावजूद जो ग्राहक क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं, उन्हें नर्मदापुरम की रेत सप्लाई कर दी जाती है। जो भी हो, लेकिन खदान शुरू होने के बाद मध्यम श्रेणी के लोगों को काफी राहत मिल सकी है।