महाविद्यालय में ध्यान सत्र का किया आयोजन
मुलताई। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुक्रवार को विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर ध्यान सत्र का आयोजन किया गया।जिसमें बेंगलुरु से पधारे स्वामी ज्ञान चैतन्य जी एवं राजेंद्र कपूर ने सभी छात्राओं को ध्यान के माध्यम से तनाव मुक्त रहने समझाइए दी। नियमित ध्यान के माध्यम से याददाश्त और मानसिक स्थिति सुदृढ़ होती है,यह लाभ उम्र से संबंधित स्मृतिऔर मनोभरांश से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ज्ञ
ध्यान के अभ्यास द्वारा लंबे समय तक एकाग्र रहने में सहायता मिलती है,ध्यान के द्वारा अनिद्रा को दूर किया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय प्राचार्य डॉ वर्षा खुराना ने बताया कि नियमित ध्यान चिंता को कम करने में मदद करता है। ध्यान हमें अधिक धैर्यवान रचनात्मक होने एवं वर्तमान में रहने में मदद करता है।प्रभाकर खन्ना चंद्रकांत ने भी अपने विचार व्यक्त किये। क्रीड़ाअधिकारी डॉ अभिनीत सरसोदे ने छात्र-छात्राओं को ध्यान में बैठने के लिए बताया कि अपनी पीठ रीड की हड्डी सीधी, आंखें बंद और अपनी आती जाती सांसों पर ध्यान केंद्रित करें अपने विचारों को सीमित करें।
छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ ने 20 मिनट का ध्यान किया और अपने अनुभव बताए। इस अवसर पर महाविद्यालय स्टाफ डॉक्टर नरेंद्र हनोते, डॉ पंकज झाडे, डॉक्टर कल्पना बिसेंद्रे, डॉ दीपिका पिपरदे, प्रोफेसर पूजा देशमुख आदि उपस्थित रहे।छात्र-छात्राओं ने ध्यान के पश्चात अपने अनुभव अतिथियों के सामने प्रस्तुत किया।