35 किलोमीटर दूर से मासूम बच्ची को बचाने जिले के दुर्लभ रक्त समूह के सुमित रक्तदान के लिये पहुँचे
बैतूल। जिले में ऐसे रक्तवीर भी है जिनका रक्त समूह संसार के दुर्लभ रक्त समूह में आता है लेकिन जब किसी जरूरतमंद को इस रक्त समूह के रक्त की आवश्यकता होती है तो उसे सागर में मोती ढूढने जैसा कठिन कार्य होता है क्योंकि एबी नेगेटिव एक ऐसा रक्त समूह है जिसका रक्तदाता संसार मे बहुत ही कम मिलते है जब जिला चिकित्सालय में गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती एक मासूम बच्ची को एबी नेगेटिव रक्त की आवश्यकता पड़ी तो इनके परिजन दो दिनों से हताश हो गए थे ऐसे में शैलेन्द्र बिहारिया के एक संदेश पर शिक्षक सुमित बारस्कर ने 35 किलोमीटर दूर आठनेर से बैतुल जिला रक्तकोष आकर रक्तदान किया व उनकी जान बचाई रक्तदान करने पर रक्तकोष के राजेश बोरखडे ने उन्हें सम्मानित किया इस अवसर पर शैलेन्द्र बिहारिया ने बताया कि सुमित बारस्कर कई बार रक्तदान कर चुके है हमेशा आठनेर से आकर एक संदेश पर रक्तदान करते है उनकी परोपकारिता के कारण आज वे पूरे जिले में एबी नेगेटिव रक्त के सबसे अच्छे रक्तदाता है ।