वन विभाग के अनुभूति कार्यक्रम में 252 बच्चों ने की जंगल की सैर प्रकृति और वन्य जीवों के महत्व को जाना, अंबा माई पाट में आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम
बैतूल। मप्र इको पर्यटन विकास बोर्ड एवं वन विभाग द्वारा स्कूली बच्चों में पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से 17 एवं 18 जनवरी को आठनेर परिक्षेत्र के अंबा माई पाट में अनूभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बेलकुंड, कावला, नढा, मानी, सालबर्डी, झुनकरी के शासकीय स्कूल के 252 बच्चों को सुबह जंगल भ्रमण कराते हुए पक्षी दर्शन कराया और पक्षियों की प्रकृति व रहवास के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही वनविभाग के अधिकारियों ने प्रकृति और वनीय जीवों की महत्ता को बताते हुए प्रकृति के संतुलन में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी प्रदान की। जंगल में भ्रमण कराते हुए बच्चों को मिट्टी कैसे बनती है, इनका निर्माण कैसे होता है, नदी का कैसे उद्गम बनता है, यह अपना रास्ता किस दिशा में तय करती है, वृक्षों की इकोसिस्टम में क्या भूमिका बनती है सहित प्रकृति आधारित अन्य विषयों पर जानकारी दी गई। वहीं बच्चों को जैवविविधता, पारिस्थितिक तंत्र, ग्लोबल वॉर्मिंग, वनों के प्रदूषण, वनों से संबंधित लोक ज्ञान के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
पर्यावरण संरक्षण की दिलाई शपथ
इस दौरान वनविभाग के अधिकारियों ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। अनुभूति कार्यक्रम बाघ थीम पर आधारित था। ट्रेल पर घुमाने के दौरान बच्चों को पक्षी दर्शन, जंगल भ्रमण आदि के साथ कंटूर, पत्थर चेक डेम, डेंट्रोक्रोनोलॉजी आदि के बारे में बताया गया। उसके बाद बच्चो की एमसीक्यू आर्ट की प्रतियोगिता का आयोजन कर प्रथम,द्वितीय, तृतीय स्थान पाने वाले बच्चो को शील्ड के साथ प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। अनुभूति कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य रामचरण इरपाचे, समिति अध्यक्ष अशोक नहाडू उइके, उप वनमंडलाधिकारी मुलताई, वन परिक्षेत्र अधिकारी आठनेर एवं समस्त अधिनस्थ स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम के दौरान बच्चों के लिए चाय, नाश्ता सहित भोजन की उत्तम व्यवस्था की गई।