नई शिक्षा प्रणाली श्री विद्यार्थी रोजगार खोजने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनेंगेनई शिक्षा प्रणाली पर विद्वानों ने रखी अपनी राय कार्यशाला का हुआ आयोजन
मुल्ताई / न्यू कार्मल कन्वेंट स्कूल परिसर में स्कोब ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा शिक्षा नीति का कैरियर प्लानिंग में महत्व विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विधायक चंद्रशेखर देशमुख, नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गाडेकर एवं डिप्टी कलेक्टर आईएस, ऐश्वर्य वर्मा, न्यू कार्मल प्राचार्य विनीत नायर की मुख्य की अतिथि में आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर देशमुख ने कहा कि मनुष्य के लिए अन्न अत्यंत आवश्यक है इसलिए किसान भी आवश्यक है किंतु आज के दौर में जब युवक शिक्षा ग्रहण करने ग्राम से शहर की ओर आता है तो वह कृषि खेती से दूर हो जाता है जबकि वह अपने परंपरा कृषि को भी औद्योगिक रूप दे सकता है इसलिए शिक्षा मे स्किल डेवलपमेंट आज की जरूरत है। नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गडेकर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जब स्कूलों में तकनीक की शिक्षा मिलेगी युवक स्किल होकर अपने ग्रामों से जुड़ सकेंगे और विदेश में भविष्य चलाने के बजाय स्थानीय स्तर पर औद्योगिक इकाइयां पैदा करने वाले बनेंगे । डिप्टी कलेक्टर ऐश्वर्य वर्मा ने विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आप जब भी पड़े अपने आप से यह आवश्यक पूछे कि हम क्यों पढ़ रहे हैं और हमको क्या पसंद है यह बात जीवन में मायने रखती है उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा के साथ ही हमें स्वस्थ रहना भी सीखना चाहिए। ग्लोबल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर वीके गुप्ता ने बताया की नई शिक्षा प्रणाली का मकसद है कि छात्र नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले उन्होंने नई शिक्षा नीति के संबंध में कहा कि पुरानी शिक्षा नीति बदली नहीं गई है बल्कि इसमें सुधार किया गया है। न्यू कार्मल के डायरेक्टर अनीश नायर ने नई शिक्षा नीति के संबंध में कहा कि इस शिक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों के लिए जहां रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे वहीं हमारे परंपरागत उद्योगों को नई दिशा भी मिलेगी। इस अवसर पर डॉक्टर अनुराग कुलश्रेष्ठ, मुकेश मिश्रा, देवेश बघेल सहित स्कोब ग्लोबल यूनिवर्सिटी के अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे