51 सौ दीपों से जगमगाया मां रेणुका मंदिर
प्रभात पट्टन। तहसील क्षेत्र के ग्राम बिसनुर से 2 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर दिशा की ओर उची पहाडी है जहां पर मां रेणुका देवी का मंदिर है। नवरात्र के अलावा यहां हमेशा भक्तों की देवी मां के दर्शन के लिए भीड़ लगी रहती है।मान्यता है कि देवी मां जाग्रत अवस्था में है, यहां पधारे हर भक्तों का मनोरथ पूर्ण होता है। वही इस नवरात्र के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के द्वारा मंदिर में 5100 दीप जलाकर दीप उत्सव मनाया गया बिसनुर के श्रद्धालुओं एवं परिवार के बच्चों द्वारा मां रेणुका मंदिर में भव्य दीप उत्सव आतिशबाजी के साथ मनाया गया। श्रद्धालु रघुनाथ लोखंडे ने बताया कि गणेश पूजन के साथ माता रेणुका का सोलह श्रृंगार कर दीप उत्सव की शुरुआत की। जिसमें पूरे मंदिर को 5100 दीप जलाकर रोशनी से जगमग कर दिया। अद्वितीय मंत्रो से यज्ञ व हवन किया गया वही दिप उत्तसव के पहले श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर मे वृक्षारोपण भी कि
श्रद्धालु रघुनाथ लोखंडे ने बताया कि माता से सच्चे मन से जो भी मांगते हैं उनका मनोरथ पूर्ण होता है। देवी मां का यह स्थान जागृत अवस्था में है, एवं भुमि सतह से सौ मीटर की उचाई पर मा रेणुका का मंदिर है।
कहा जाता है कि यह मंदिर अति प्राचीन है। विशेष कर शारदेय व चैत्र के नवरात्र में 9 दोनों तक विशेष हवन पूजन यज्ञ के साथ
9 दिन तक माता की भक्ति श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है ।
दीप उत्सव में मंचित लोखंडे, धीरज बर्डे, रामदयाल, दौलत साहू सहित अन्य भक्त मौजूद रहे।