वन विभाग ने सागौन तस्करी की बड़ी खेप पकड़ीघेराबंदी के बावजूद तस्कर भागे, तलाश में जुटा वन अमला
बैतूल,ताप्ती समन्वय। बैतूल में वन विभाग के अमले ने सागवान की तस्करी की एक बड़ी खेप पकड़ी है। जिसे जंगल से काटकर एक ट्रक के जरिए बाहर ले जाने की तैयारी की जा रही थी। वन कर्मियों ने इसे घेराबंदी कर जंगल में ही पकड़ लिया। हालांकि, इस दौरान तस्कर भाग निकले, जिनकी तलाश की जा रही है।
बैतूल के रेंजर बघेल के मुताबिक मुखबिर से जानकारी मिली थी कि बैतूल रेंज के खारी बीट के अर्जुन गोंदी सर्किल में अवैध सागवान की कटाई की जा रही है। जिस पर अलग-अलग रेंज के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम बनाकर जंगल में तलाशी अभियान चलाया गया। घेराबंदी करते हुए जब दल कंपार्टमेंट नंबर 247 में पहुंचे तो यहां ट्रक में बड़े-बड़े सागवान ले भरे जा रहे थे। अमले को देखते ही तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। मौके से ट्रक क्रमांक रूक्क04त्रक्च3188 को जब्त कर बैतूल रेंज में सुरक्षित रखवाया गया है। वाहन के नंबर के आधार पर उसके मालिक का पता लगाया जा रहा है। लाखों रुपयों की है लकड़ी जानकारों के मुताबिक पकड़ी गई लकड़ी अशोक लेलैंड ट्रक में मिली थी। इसमें 17 नग बड़े-बड़े ले रखे थे। जो 121 से 150 गोलाई के है। पकड़ी गई लकड़ी लगभग 2 घन मीटर है। जिसका बाजार मूल्य दो लाख रुपए से ज्यादा आंका गया है। पकड़े गए ट्रक पर जो नंबर मिला है, वह भोपाल आरटीओ में रजिस्टर्ड है। वाहन प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस हुआ है।
फील्ड स्टाफ पर लापरवाही का आरोप
आरोप है कि मैदानी अमला फील्ड में मुस्तैद नहीं रहता है। जिसके चलते तस्कर बेखौफ होकर जंगल में कटाई कर रहे है। पूर्व में पदस्थ डीएफओ राखी नंदा के कार्यकाल में भी इसी सर्किल में अवैध कटाई हुई थी। इस घटना के सामने आने के बाद अब भी वन अमला क्षेत्र में सर्चिंग कर रहा है। सूत्र बताते है कि तस्कर मौके पर लकड़ियां छोड़कर भागे है। इस सर्किल के घुग्घी चोपना में भी कटाई हो सकती है। जिसे तलाशा जा रहा है।