बैतूल में कोरोना की रफ्तार तेज हो चुकी है। सोमवार शाम आई सैंपल रिपोर्ट में 72 नए केस सामने आए हैं। जो तीसरी लहर का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की तादाद 326 पर पहुंच गई है।
बावजूद इसके प्रशासन से लेकर आपदा प्रबंधन समिति तक निश्चिंत नजर आ रहे हैं। सोमवार को इस लहर में सबसे ज्यादा 72 केस मिले हैं। आंकड़ा कल तक के बुलेटिन में 264 थे। जिसमें 72 जुड़ने के बाद यह आंकड़ा 336 हो चुका है। हालांकि, राहत यह है कि 264 में से 62 मरीज डिस्चार्ज हो गए हैं। जिस वजह से आंकड़ा 326 हो गया है। जबकि अभी भी 13 सौ सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है।
प्रतिबंधों का नही असर
कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की वजह सोशल डिस्टेंसिंग का न होना, सामाजिक, पारिवारिक, धार्मिक, सामूहिक आयोजनों का बदस्तूर जारी रहना, बाजारों में अनियंत्रित भीड़, मास्क पहनने में लापरवाही, महाराष्ट्र समेत बाहरी राज्यों से बेरोकटोक आवाजाही प्रमुख है।
17 दिन से नही हुई बैठक
जिले में कोरोना से लड़ने के मैनेजमेंट के हाल यह हैं कि पिछले 17 दिनों से क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक ही नहीं हो सकी। पिछले दिनों सीएम के साथ हुई वीसी को छोड़ दें तो 31 दिसम्बर के बाद समिति की कोई अधिकृत बैठक आयोजित नहीं हुई। जिसमे कोविड मैनेजमेंट को लेकर चर्चा हो सके।
17 दिनों में मरीजों का आंकड़ा 3 से 336 हो चुका है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बृज पांडे के मुताबिक क्राइसिस मैनजेमेंट कमेटी इसलिए बनाई गई थी कि जनता की बात प्रशासन शासन तक पहुंचा सकें। अगर यह बैठके नहीं हो रही तो यह गंभीर बात है। प्रशासन को जल्दी जल्दी बैठकें आयोजित करना चाहिए।
इसलिए निश्चिंत है प्रशासन
समिति के एक सदस्य ने भास्कर से नाम न लिखने की बात पर बताया कि डरने की कोई बात नहीं है। कोई भी गंभीर मरीज नहीं आ रहा। इतने दिनों में सिर्फ दो को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। इसलिए सब निश्चिंत हैं।
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