श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान सप्ताह का श्रवण करने जुट रहे श्रद्धालु
मुलताई। नगर में मंगलवार बाजार स्थल पर ब्रह्माकुमारीज द्वारा श्रीमद् भागवत गीता सप्त दिवसीय महा यज्ञ का आयोजन किया गया है। यज्ञ सप्ताह के दूसरे दिवस योग शक्ति आस्था दीदी जी ने बताया की वर्तमान काल महाभारत काल चल रहा है, जो केवल दो भाइयों के बीच नहीं हर घर में घटित होने वाली घटना है साथ ही हर एक मनुष्य मात्र के अंदर आज विचारों के रूप में कौरव और पांडव के बीच युद्ध चल रहा है। ऐसे समय स्वयं परमात्मा आकर धर्म और अधर्म की सत्य पहचान कराते हैं। कौरव संप्रदाय अर्थात धृतराष्ट्र, गांधारी, दुर्योधन, दुशासन,दुर्मुखी,दुशिला ऐसे अनेक कौरव संप्रदाय आसुरी संस्कारवान आत्माएं हैं। जबकि पंडाव अर्थात युधिष्ठिर जो हर परिस्थिति में अचल-स्थिर रहने वाले और धर्म का साथ देने वाले है। अर्जुन ज्ञान का अर्जन करने वाले, भीम अर्थात ज्ञान की गदा द्वारा हर परिस्थिति पर विजय प्राप्त करने वाले हैं,तथा नकुल माना श्रेष्ठ कर्म की नकल करने वाले सहदेव श्रेष्ठ ईश्वरीय कार्य में विश्व कल्याण में सहयोग देने वाले हैं। इन गुणों और अवगुणों की पहचान कर परिवर्तन करें। यह परिवर्तन तभी संभव है जब हमारे पास आत्मज्ञान हो कि मैं नश्वर देह नहीं अविनाशी आत्मा हूं और यह सृष्टि एक कर्म क्षेत्र है, जहां मुझे हर कर्म श्रेष्ठ धारणाओं के अनुसार करना होगा। तभी जीवन सुख शांति से भरपूर होगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी भाई-बहन भी सम्मिलित हहो रहे है।